पंजाब
जत्थेदार अकाल तख्त ने एसजीपीसी अध्यक्ष की मौजूदगी में हरदीप निज्जर को शहीद बताया

पंथिक समागम का आयोजन भाई हरदीप सिंह निज्जर की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर किया गया। भाई हरदीप सिंह निज्जर 18-06-2023 को कनाडा की धरती पर शहीद हो गए थे। यह समागम दल खालसा द्वारा अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया था। जत्थेदार ने अपने संबोधन में निज्जर को सिख कौम का शहीद बताया। उन्होंने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के लिए भारतीय खुफिया एजेंसियों की ओर जिम्मेदारी से उंगली उठाई है। उन्होंने कौमी घर (सिख मातृभूमि) की स्थापना की बात कही। जत्थेदार और एसजीपीसी अध्यक्ष ने कनाडा में रहने वाले भाई निज्जर के परिवार के सदस्यों को सिरोपा भेंट किया। परिवार की ओर से कार्यक्रम के आयोजकों ने सिरोपा प्राप्त किया।
सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष परमजीत सिंह मंड ने कहा कि पंजाब के स्वतंत्रता संग्राम को आतंकवाद के रूप में चित्रित करना भारत की स्पष्ट योजना है, ताकि पंजाब को अंतरराष्ट्रीय समर्थन से वंचित किया जा सके। पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता कंवर पाल सिंह ने प्रस्ताव पढ़ा। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय एजेंट निखिल गुप्ता के अमेरिका प्रत्यर्पण के साथ, अब यह उम्मीद है कि भारतीय बाहरी एजेंसियों द्वारा तैयार और अधिकृत किए जा रहे लक्षित हत्याओं के और रहस्य सामने आएंगे।
आयोजकों ने सिख नेताओं पर अंतरराष्ट्रीय दमन की नीति तैयार करने के लिए गृह मंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की तिकड़ी को दोषी ठहराया। एडवोकेट सिमरनजीत सिंह ने सिख बंदी जगतार सिंह तारा का संदेश पढ़ा। एक अन्य सिख राजनीतिक कैदी जगतार सिंह हवारा ने भी अपना संदेश भेजा। दोनों ने भाई निज्जर को भुगतान किया। भाई तारा निज्जर के करीबी साथी थे। दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिद्धू, अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर एसजीपीसी सदस्य अजैब सिंह, भगवंत सिंह सियालका तथा दमदमी टकसाल मेहता के प्रवक्ता सुखदेव सिंह उपस्थित थे।