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पंजाब : कई जिलों का नहीं सुधर रहा AQI, जल्द ही स्मॉग बन सकती है परेशानी का कारण!

पंजाब में पिछले चार दिनों से रिकॉर्ड पराली जलाने के बाद सोमवार को मामलों में कमी दर्ज की गई। लेकिन अगर पिछले दो सालों से इसकी तुलना की जाए तो कोई खास अंतर दर्ज नहीं किया गया। सोमवार को पराली जलाने के 68 नए मामले सामने आए, जबकि वर्ष 2022 में इसी दिन पराली जलाने के 82 और वर्ष 2023 में पराली जलाने के 89 मामले सामने आए थे।

लगातार पराली जलाने के कारण पंजाब के विभिन्न शहरों का AQI फिलहाल सुधरता हुआ नजर नहीं आ रहा है। बठिंडा में सबसे ज्यादा 172 एक्यूआई दर्ज किया गया। इसके अलावा मंडी गोबिंदगढ़ में 144, पटियाला में 118, लुधियाना में 99, खन्ना में 98, जालंधर में 81 दर्ज किया गया।

गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से पंजाब में पिछले दो सालों के मुकाबले पराली जलाने के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। 10 अक्टूबर को पंजाब में पराली जलाने के 123, 11 अक्टूबर को 143, 12 अक्टूबर को 177 और 13 अक्टूबर को 162 मामले सामने आए थे। सोमवार को पंजाब में पराली जलाने के 68 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही अब कुल संख्या बढ़कर 940 हो गई है। वहीं, इस समय अवधि यानी 15 सितंबर से अब तक साल 2022 में पराली जलाने के कुल 1069 मामले सामने आए। जबकि साल 2023 में 1319 मामले सामने आए।

सोमवार को सबसे ज्यादा 18 मामले अमृतसर जिले में सामने आए। इसके अलावा तरनतारन जिले में 14, पटियाला में 13, संगरूर में सात, फतेहगढ़ साहिब, गुरदासपुर, कपूरथला, एसएएस नगर और मलेरकोटला में पराली जलाने के 2-2 मामले और फिरोजपुर में तीन तथा फाजिल्का, बरनाला और लुधियाना में 1-1 मामला सामने आया। पंजाब में पराली जलाने के मामलों पर 30 नवंबर तक नजर रखी जानी है।

पंजाब में जल्द ही स्मॉग परेशानी का सबब बन सकता है। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के निदेशक सुरिंदर पाल के अनुसार अक्तूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत से रात के तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी।

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