पंजाब

पिछले दो सालों में बीजेपी की घटिया राजनीति का एक ही उद्देश्य है, पंजाब के किसानों से किसान आंदोलन का बदला लेना : नील गर्ग

भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू के किसान नेताओं पर दिए विवादित बयान की आम आदमी पार्टी (आप) ने सख्त निंदा की है। आप प्रवक्ता नील गर्ग ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्या भाजपा अब इस बात की जांच करना चाहती है कि पंजाब के किसान दो वक्त की रोटी कैसे खा रहा है!

उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के किसानों को परेशान करने की राजनीति कर रही है। वह झूठे इल्जाम और अफवाह के माध्यम से किसानों को बदनाम करने की साज़िश रच रही है। उन्होंने कहा कि।किसान आंदोलन ने प्रधानमंत्री मोदी को झुका दिया, उसी का बदला आज पंजाब के किसानों से लिया जा रहा है। पंजाब के किसानों के दबाव में मोदी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़े।

नील गर्ग ने कहा कि पिछले दो सालों में बीजेपी की घटिया राजनीति का एक ही उद्देश्य है, पंजाब के किसानों से किसान आंदोलन का बदला लेना। बिट्टू का बयान भाजपा की उसी घटिया राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के खिलाफ बड़ी साज़िश रच रही है। रवनीत बिट्टू उस साजिश का चेहरा हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि कानून वापस लेते समय किसानों से वादा किया था कि एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे, लेकिन बाद में साफ मुकर गए। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को परेशान करने के लिए पुराने चावल की लिफ्टिंग धीमी की गई जिसके कारण किसानों को मंडियों में धक्का खाना पड़ा। अभी गेहूं बुआई का समय आ गया है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर डीएपी की आपूर्ति नहीं की जा रही है। ये सब इसलिए किया जा रहा है ताकि पंजाब का पूरा सिस्टम चरमरा जाए और किसान सड़क पर आ जाए।

गर्ग ने कहा कि रवनीत बिट्टू भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व को ख़ुश करने के लिए ऐसे भड़काऊ बयान दे रहे हैं। वह जानबूझकर किसानों को चोर डकैत और लूटेरा बता रहे हैं। गर्ग कि कहा कि किसी ने नहीं रोका किसानों की संपत्ति की जांच करने से, लेकिन साथ में इसकी भी जांच हो कि देश के सरकारी बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाकर विदेश भागने वाले लोगों का किससे संबंध है? दो चार बड़े उद्योगपति जो देश की सारी सरकारी संपदाओं पर कब्जा कर रह रहे हैं, उनकी मदद कौन कर रहा है?

जांच इसकी भी हो कि भाजपा जिन नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचारी साबित करने के लिए दिन रात मुहिम चला रही थी, वे एक एक कर भाजपा में कैसे शामिल हो गए और अचानक उनके सारे केस रफा दफा कैसे हो गए? उन्होंने कहा कि इस तरह की घटिया राजनीति करने से पहले भाजपा नेता इन सब मामलों की निष्पक्ष जांच करे फिर किसानों का नाम लें।

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