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मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने नवनिर्वाचित पंचों-सरपंचों से गांवों के विकास के लिए गुटबाजी से ऊपर उठने का आग्रह किया

पंजाब के खान एवं भूविज्ञान, जल संसाधन तथा मृदा एवं जल संरक्षण मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल ने मंगलवार को नवनिर्वाचित पंचों से अपील की कि वे गुटबाजी से ऊपर उठकर पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से आम लोगों की जरूरतों पर विचार-विमर्श करते हुए गांव की योजनाएं बनाएं। उन्होंने विकास कार्यों को प्राथमिकता देने और सांप्रदायिक बंधनों को मजबूत करने के लिए गुटबाजी को खत्म करने पर जोर दिया।
कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने विधायक जसवंत सिंह गज्जन माजरा और विधायक डॉ. जमील-उर-रहमान के साथ मिलकर आज 1186 पंचों को पद की शपथ दिलाई। गोयल ने गांवों में विकास कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल की सलाह के अनुसार ग्राम सभाओं की बैठकें आयोजित करने का सुझाव दिया। कैबिनेट मंत्री ने जोर देकर कहा कि सार्वजनिक धन के दुरुपयोग को रोकने और समग्र गांव के विकास के लिए धन के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ग्राम सभाएं नैतिक रूप से जिम्मेदार हैं, उन्होंने गांव के प्रतिनिधियों को व्यापक गांव के विकास और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए पंजाब सरकार के साथ सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया।
गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य की तरक्की और लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है तथा गांवों के समग्र विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यदि ग्राम सभाओं के प्रतिनिधि अपनी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी निभाएं तो वे आम लोगों और अपने गांवों की तकदीर बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर नेक काम के लिए उन्हें पूरा सहयोग देगी। कैबिनेट मंत्री ने पंचायतों से राज्य से नशे की बुराई को खत्म करने का आह्वान किया और कहा कि इस बुराई से निजात दिलाने में पंचायतें अहम भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमें बिना किसी डर के अपने युवाओं को बचाने के लिए प्रयास करने चाहिए। गोयल ने कहा कि लोगों के सहयोग से जनांदोलन बनाकर नशे के कलंक को मिटाया जा सकता है। उन्होंने पंचायती राज के प्रतिनिधियों से कहा कि वे रोल मॉडल बनकर उभरें और अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए हाथ मिलाएं।
इस अवसर पर मालेरकोटला के विधायक डॉ. जमील उर रहमान और अमरगढ़ के विधायक प्रो. जसवंत सिंह गज्जन ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए पंचायती राज संस्थाओं के लोकतांत्रिक महत्व और समग्र ग्राम विकास में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में व्यक्तिगत विचारों से ऊपर उठकर सर्वसम्मति से पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया है, जिससे न केवल गांवों में सामुदायिक बंधन और सांप्रदायिक सद्भाव मजबूत हुआ है, बल्कि समग्र ग्राम विकास भी सुनिश्चित हुआ है। दोनों विधायकों ने कहा कि ग्रामीणों के समझदार मतदाताओं ने अपने पंचों/सरपंचों को चुनकर उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है और चुने गए प्रतिनिधियों को अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाना चाहिए।