पंजाब से नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर शुरू की गई मुहिम ‘युद्ध नाशियां विरुद्ध’ के 39वें दिन मंगलवार को पंजाब पुलिस ने 71 नशा तस्करों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 1.8 किलो हेरोइन, 4.9 किलो अफीम, 13362 नशीले कैप्सूल/टैबलेट और 9000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। इसके साथ ही, 39 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 5373 तक पहुंच गई है।
यह अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कहा है। पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ लड़ाई की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब कमेटी का गठन भी किया है।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 60 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 900 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 180 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में 350 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में 43 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने दिन भर चले अभियान के दौरान 404 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की है।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) को लागू किया है, पंजाब पुलिस ने ‘नशामुक्ति’ के हिस्से के रूप में एक व्यक्ति को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।
इस बीच, पुलिस टीमों ने श्री मुक्तसर साहिब, फिरोजपुर, फरीदकोट, मोगा और फाजिल्का सहित पांच जिलों में 208 दवा दुकानों पर जांच की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे नशीली गोलियां या कोई अन्य आदत बनाने वाली दवाएं नहीं बेच रहे हैं और दवाओं की बिक्री के संबंध में निर्धारित मानदंडों और नियमों का पालन कर रहे हैं।