पंजाब
‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ : अब तक 2680 एफआईआर दर्ज, 4542 तस्कर गिरफ्तार, 164 किलो हेरोइन, 88 किलो अफीम, 47 किलो गांजा और 5.84 करोड़ नगद जब्त

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के नेता और कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने पंजाब सरकार के नशे के खिलाफ अभियान ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ के तहत 01 मार्च से 29 मार्च तक हुई पुलिस कार्रवाई की जानकारी मीडिया के साथ साझा की।
रविवार को लालजीत भुल्लर ने चंडीगढ़ पार्टी कार्यालय में इस मुहिम को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा पूरे राज्य यह अभियान बेहद सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ के तहत अब तक एनडीपीएस के 2680 एफआईआर दर्ज हुए हैं और 4542 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, 164 किलो से ज्यादा हेरोइन, 88 किलो अफीम, 47 किलो गांजा और 5.84 करोड़ से ज्यादा नगद जब्त किए गए हैं। इसके अलावा करीब 8.60 लाख से ज्यादा नशीली दवाओं की गोलियां और 2053 किलो भुक्की, 6.4 किलो चरस, 498 नकली शराब की बोतलें, करीब 9.5 किलो नशीली पाउडर और 514 इंजेक्शन भी पुलिस ने बरामद किए हैं। वहीं नशा तस्करी से जुड़े करीब 50 लोगों के इमारतों को ध्वस्त किया गया है। इन लोगों ने नशे के पैसे से इन मकानों को अवैध तरीके से बनाया था।
इसके अलावा पुलिस की छापेमारी के दौरान नशा तस्करी से जुड़ी 22 मोटरसाइकिल, 8 मोबाईल, 4 कार और 12 पिस्तौल भी जब्त किए गए हैं। कार्रवाई के दौरान 4 किलो से ज्यादा सोना, जिसमें एक हार और दो चेन शामिल है एवं 1.25 किलो चांदी भी बरामद किया गया।
भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब से नशा खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। नशे से जुड़े किसी भी लोगों बख्शा नहीं जाएगा। सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब नशा तस्करों अपना धंधा छोड़ना पड़ेगा नहीं तो पंजाब से बाहर भागना पड़ेगा।
मंत्री लालजीत भुल्लर ने पंजाब के सभी पंच सरपंचों से अपील करते हुए कहा कि आप डरें मत, नशे के खिलाफ अपना काम जारी रखें। कोई भी नशा तस्कर को किसी भी तरह की कोई सहायता न करें। अगर कोई भी तस्कर या अपराधी आपको धमकाता है या नुकसान पहुंचाता है, तो सरकार उस पर सख्त कार्रवाई करेगी।
मंत्री ने पंजाब पुलिस की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि पुलिस की काबिलियत, दक्षता और बहादुरी के कारण ही यह अभियान इतना सफल हो सका है। इसके लिए पंजाब पुलिस का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने पुलिस से अपील करते हुए कहा कि जिन जिलों में कारवाई कम हुई है, वहां पूरी सख्ती एवं गहनता से जांच करें ताकि पंजाब का कोई भी इलाके में नशा तस्कर न बच पाए।
उन्होंने नशे से पीड़ित नौजवानों के अभिभावकों से से भी सरकार का सहयोग करने की अपील। उन्होंने कहा कि बहुत लोग सामाजिक इज्जत प्रतिष्ठा और शर्म के कारण इन मामलों को छुपा लेते हैं। अगर कोई नौजवान नशे से मर भी जाता है तो उसे हार्ट अटैक बता दिया जाता है। ऐसे मेरी सभी माता-पिता से मेरी विनती है कि छुपाएं मत खुलकर सामने आएं और सच्चाई बताएं। सरकार आपका हर तरह से सहयोग करेगी।

पंजाब
पंजाब की मंडियों अब तक 4.19 लाख मीट्रिक टन गेहूं पहुंचाः लाल चंद कटारूचक

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा कि पंजाब में इस बार गेहूं की बंपर फसल हुई है, जिससे 124 लाख मीट्रिक टन केंद्रीय पूल लक्ष्य को आसानी से हासिल करने में मदद मिलेगी।
खरड़ मंडी में गेहूं खरीद कार्यों का जायजा लेते हुए मंत्री ने कहा कि अब तक राज्य की मंडियों में 4.19 लाख मीट्रिक टन गेहूं आ चुका है और 3.22 लाख मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है। किसानों के खातों में 151 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
24 घंटे केअंदर किया जा रहा भुगतान
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के अनुसार जहां फसल खरीद के 24 घंटे के अंदर भुगतान किया जा रहा है, वहीं उठान में भी कोई कमी नहीं आई है। मंत्री ने बताया कि इस बार गेहूं की गुणवत्ता बहुत उच्च स्तर की रही है तथा एजेंसियों के साथ-साथ आढ़तियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे फसल को खराब मौसम से बचाने के लिए तिरपाल और क्रेटों का पुख्ता प्रबंध करें। इसके अलावा बारदाना की भी कोई कमी नहीं आई है।
भंडारण क्षमता को बढ़ा रही है राज्य सरकार
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार भंडारण क्षमता को 31 लाख मीट्रिक टन बढ़ा रही है तथा इस बार केंद्रीय एजेंसियां अगले कुछ दिनों में 15 लाख मीट्रिक टन फसल सीधे मंडियों से ही उठा लेंगी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को मंडियों में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी तथा वे मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार प्रबंधों की स्वयं समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि खरीद कार्य से जुड़े अधिकारियों को किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसानों और आढ़तियों को मंडियों में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
पंजाब
राजस्व विभाग में लोगों की परेशानी कम करने के लिए मान सरकार ने लिया अहम फैसला

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने राजस्व विभाग में लोगों की परेशानी कम करने के लिए अहम फैसला लिया है। अब इंतकाल, नकल, आय प्रमाण पत्र, राजस्व रिकॉर्ड जांच या NOC प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है।
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राजस्व विभाग में 1 लाख 70 हजार आवदेन मिले थे। इनमें से कुल 26,658 आवेदन लंबित हैं। इन लंबित आवेदनों को 30 अप्रैल तक निपटाने के आदेश भी संबंधित अधिकारियों को दे दिए गए हैं।
1 मई से होंगे बड़े बदलाव
वहीं, इसके साथ ही 1 मई से राजस्व विभाग में बड़े बदलाव भी देखने को मिलेंगे। मान सरकार ने इंतकाल और नकल निकलवाने जैसे कामों के लिए समय नई समय सीमा तय कर दी है। जहां पहले इतंकाल दर्ज करने का समय 45 दिन था। इसे घटाकर 30 दिन किया गया है। वहीं, एक मई से नकल मिलने में 10 दिन लगेंगे।आय प्रमाण पत्र बनने में 15 दिन का समय लगेगा। वहीं, राजस्व रिकॉर्ड की जांच में अब केवल 7 दिन का समय लगेगा।
पंजाब
मान सरकार का ऐतिहासिक फैसला, पंजाब के 500 सरकारी स्कूलों को मिलेंगे नए प्रिंसिपल

पंजाब की मान सरकार राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रही है। वहीं, स्कूल प्रिंसिपलों की कमी को दूर करने और सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने स्कूल प्रिंसिपलों के लिए पदोन्नति कोटा बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया है। इस निर्णय से राज्य के स्कूलों में 500 नए प्रधानाचार्यों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।
पिछली सरकार में घटाया गया था कोटा
पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रधानाचार्यों की पदोन्नति का कोटा घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया था, जिसके कारण पंजाब के सरकारी स्कूलों में प्रधानाचार्यों की भारी कमी हो गई थी। इस परिवर्तन से न केवल वरिष्ठ शिक्षकों के लिए पदोन्नति के अवसर बाधित हुए, बल्कि भर्ती प्रक्रिया में देरी और कानूनी विवादों के कारण भारी रिक्तियां भी उत्पन्न हुईं।
पिछली सरकार की विफलताओं पर प्रकाश डालते हुए पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “2018 में कांग्रेस सरकार ने नियमों में बदलाव किया, जिससे प्रिंसिपलों के लिए पदोन्नति कोटा 75 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया। इस अन्यायपूर्ण बदलाव ने शिक्षकों को उनकी उचित पदोन्नति से वंचित कर दिया और कई स्कूलों को प्रिंसिपल विहीन कर दिया। वहीं इसके कारण नियुक्तियों का एक लंबित मामला कानूनी चुनौतियों में फंस गया, जिससे समस्या और जटिल हो गई।”
शिक्षकों के अधिकारों को करेगा बहाल
मंत्री बैंस ने प्रिंसिपलों के लिए 75 प्रतिशत पदोन्नति कोटा बहाल करने के पंजाब सरकार के फैसले की घोषणा की, जिससे बड़ी संख्या में योग्य वरिष्ठ अध्यापकों को स्कूलों में नेतृत्व की भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, “इस निर्णय से राज्य भर में लगभग 500 नए प्रधानाचार्यों की पदोन्नति हो सकेगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हमारे स्कूलों में शैक्षिक उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए प्रभावी शिक्षक होंगे। यह हमारे शिक्षकों के अधिकारों को भी बहाल करता है, जिन्हें पिछली सरकार ने अन्यायपूर्ण तरीके से छीन लिया था।”
मंत्री ने कहा कि आप सरकार ने पंजाब की शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने, शिक्षकों को सशक्त बनाने और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने को लगातार प्राथमिकता दी है। यह ऐतिहासिक निर्णय शिक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक चुनौतियों के समाधान में मददगार साबित होगा।
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