पंजाब

‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ अभियान के नतीजे बेहद उत्साहजनक, आने वाले दिनों में पंजाब पूरी तरह नशा मुक्त होगा – हरपाल चीमा

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार के नशा के खिलाफ अभियान ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ को बेहद कारगर व सफल अभियान बताया पिछले 11 दिनों में हुई पुलिस कार्रवाई की जानकारी मीडिया के साथ साझा की।

मंगलवार को चंडीगढ़ पार्टी कार्यालय में हरपाल चीमा ने आप प्रवक्ता नील गर्ग के साथ इस मुहिम से संबंधित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। चीमा ने बताया कि युद्ध नशयां विरूद्ध’ अभियान के नतीजे बेहद उत्साहजनक है। हमें पूरा भरोसा है कि आने वाले दिनों में पंजाब पूरी तरह नशा मुक्त राज्य बनेगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में यह अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। अब तक 76 किलो हेरोइन, 50 किलो अफीम और 50 लाख रुपए नगद बरामद किए गए हैं। वहीं नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटांसेज एक्ट (एनडीपीएस) के तहत 1072 एफआईआर दर्ज हुए हैं और 1485 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।

इसके अलावा करीब 7 लाख नशीली दवाओं की गोलियां, 4.5 किलो नशीली पाउडर, 1.25 किलो नशीली आइस और 950 किलो भुक्की समेत अन्य सिंथेटिक ड्रग्स भी पुलिस ने बरामद किए हैं। वहीं नशा तस्करी से जुड़े करीब 26 लोगों के इमारतों को ध्वस्त किया गया है। इन लोगों ने गैर कानूनी और तस्करी के माध्यम से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की थी। चीमा ने कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार नशा खत्म करने को लेकर कितनी गंभीर है।

चीमा ने कहा कि आप सरकार पंजाब से नशा खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ 24 घंटे कारवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि इस बार ऐसे लोग या तो नशा का धंधा छोड़ देंगे या पंजाब छोड़ देंगे, नहीं तो ऐसे सभी लोग सलाखों के पीछे होंगे।

चीमा ने कहा कि पिछली सरकारें नशा तस्करों को संरक्षण देती थी, उसके विपरित ‘आप’ सरकार नशा तस्करों पर सख्त कारवाई कर रही है। उन्होंने नशा से जुड़े मुकदमों में वर्तमान सजा की दर बताते हुए पिछली सरकारों को घेरा और उनपर नशा तस्करों से सांठगांठ करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि आप सरकार में एनडीपीएस के मामलों में सजा की दर बढ़कर 86 प्रतिशत हो गई है, वहीं कांग्रेस शासन के दौरान यह काफी कम 58 प्रतिशत थी और अकाली-भाजपा सरकार में तो यह केवल 40 प्रतिशत थी। कुछ जिलों में तो सजा की दर 90 से 95 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।

उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि उसके पूर्व मुख्यमंत्री ने चार सप्ताह में नशा खत्म करने की झूठी शपथ ली थी। नशा खत्म करने के बजाय कांग्रेस सरकार ने नशा तस्करों और बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि पिछली अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने सोची समझी रणनीति के तहत युवा पीढ़ी को नशे की लत में फंसाने की साजिश रची।

चीमा ने कहा कि सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सबसे पहले पुलिस प्रशासनिक व्यवस्था और जांच एजेंसियों को मजबूत किया। आप सरकार ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स, सड़क सुरक्षा फोर्स समेत कई स्पेशल टीमों का गठन किया, जिसके परिणाम आज हमें देखने को मिल रहे हैं।

चीमा ने बताया कि नशा तस्करों पर कार्रवाई के साथ-साथ सरकार और भी कई बेहतर कदम उठा रही है। लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 1000 से ज्यादा बैठकें आयोजित की गई हैं। इसके अलावा गांवों में भी इस तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

वहीं इस अभियान के कार्यान्वयन और समीक्षा के लिए मेरे नेतृत्व में बनी कैबिनेट की सब-कमेटी के चारों मंत्री लगातार विभिन्न जिलों में पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सभी जिलों के अस्पतालों और नशा मुक्ति केन्द्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास 6 जिलों का प्रभार है और अभी तक मैंने 5 जिलों में जिला पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कर ली है। सभी जगह इस अभियान के बेहद अच्छे नतीजे देखने को मिल रहे हैं। हरपाल चीमा ने लोगों से और भी ज्यादा संख्या में इस मुहिम में सरकार का सहयोग करने और नशा से पीड़ित व्यक्ति को तुरंत नशा मुक्ति केन्द्रों में भर्ती कराने की अपील की।

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