पंजाब
किसान संघर्ष के दौरान खनूरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई

एमएसपी पर किसानों का संघर्ष जारी है, किसान हरियाणा की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, इस बीच किसान संगठनों के दिल्ली जाने के ऐलान के बाद आज खनूरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई है. मृतक की पहचान चरणजीत सिंह के बेटे शुभकर्मन सिंह के रूप में हुई है.
वह बठिंडा के रामपुरा इलाके के गांव बल्लो का रहने वाला था। शुभकर्मन का शव पटियाला के राजेंद्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल लाया गया है. वह दो बहनों का इकलौता भाई था। शुभकर्मन के अलावा 12 अन्य किसान घायल हुए हैं, जिनमें से 2 की हालत गंभीर है.
मृतक युवा किसान शुभ करण सिंह मात्र तीन एकड़ जमीन का मालिक था और तीन-चार दिन पहले किसान आंदोलन में खनुड़ी पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर गया था. किसान नेता बलदेव सिरसा ने युवक की मौत की पुष्टि की है.
मिली जानकारी के मुताबिक युवक के सिर में गोली लगी है, पुलिस से झड़प के दौरान दर्जनों किसानों के घायल होने की खबर है. किसान नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की है कि मृतक युवा किसान के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और उनका कर्ज माफ किया जाए. फिलहाल शुभकर्मन का शव पटियाला के राजेंद्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल लाया गया है.